मेरा सच
मुझे ही मुँह चिढाता है
जब उसे सुन
कोई मेरा अपना ही
दुखी हो जाता है।
---------------------------------------
मैंने जो पाया
उसमे उन्हें
साजिश लगती है।
उसे पाने में
मैंने क्या खोया
वे जानना नही चाहते....
उन्हें बस अपनी सोच
वाज़िब लगती है।
-----------------------------------------
मुझे ही मुँह चिढाता है
जब उसे सुन
कोई मेरा अपना ही
दुखी हो जाता है।
---------------------------------------
मैंने जो पाया
उसमे उन्हें
साजिश लगती है।
उसे पाने में
मैंने क्या खोया
वे जानना नही चाहते....
उन्हें बस अपनी सोच
वाज़िब लगती है।
-----------------------------------------